पुरुषों में बांझपन का खतरा बढ़ा देती है ये बीमारी – Hepatitis B


World Hepatitis Day 2022: यह दिन इस स्थिति के बारे में जागरूकता पैदा करने का प्रयास करता है। हेपेटाइटिस बी एक संभावित गंभीर परिणाम वाले वायरस के कारण होने वाला लीवर संक्रमण है, जो दुनिया भर के सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करता है। हेपेटाइटिस का गर्भाशय ग्रंथियों के सामान्य कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, यह वायरस पुरुषों में शुक्राणुजनन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। यह Sperm count, Testosterone levels, Motility, Viability and Morphology का कारण बनता है जो समग्र प्रजनन क्षमता और उनमें संतान पैदा करने की क्षमता को और प्रभावित करता है। विश्व हेपेटाइटिस दिवस 2022 पर, Infertile Couples में HBsAg और HCV के परीक्षण की पेशकश करना समय की मांग है। इससे उन्हें प्रजनन चिकित्सा के बारे में कुछ स्पष्टता प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिसे उन्हें चुनना चाहिए और एक असंक्रमित साथी या बच्चे को संचरण के किसी भी संभावित जोखिम को कम करना चाहिए।”

पुरुषों को Hepatitis होने की वजह से उनमें Male Infertility का खतरा हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO, World Health Organization) की तरफ से जारी किए गए एक आंकड़ें में इस बात का खुलासा हुआ है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में तकरीबन 36 करोड़ लोगों को Hepatitis B या Hepatitis C है। Hepatitis के कारण व्यक्ति के Liver में सूजन हो जाता है। साथ ही Cirrhosis जैसी गंभीर बीमारियां भी हो जाती हैं। इन्हीं वजहों से पुरुषों में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है।

Dr. Health के Infertility Specialist Himanshu Dhawan कहते हैं, “Hepatitis का अंडाशय या गर्भाशय ग्रंथियों के सामान्य कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। हालांकि इस Virus से पुरुषों में sperm production पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे Sperm count, Testosterone level, गतिशीलता और व्यवहार्यता में कमी आती है, जिससे उत्पादकता, प्रजनन क्षमता, और men infertility पर असर पड़ता है।“

Hepatitis क्या है?

यह मूल रूप से liver की बीमारी होती है, जो Viral Infection होने के कारण होती है। इस अवस्था में liver में सूजन आती है। Hepatitis में पांच प्रकार के वायरस होते हैं, जैसे – A, B, C, D, & E। Type B और C लाखों लोगों में chronic बीमारी का कारण बन रहे हैं क्योंकि इनके कारण Liver Cirrhosis और cancer होता है।

Hepatitis वायरस के 5 प्रकार

  1. Hepatitis A – WHO के अनुसार हर साल 1.4 मिलयन लोग इस बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं। ये खाना और पानी के विषाक्त होने से यह आम तौर फैलता है।
  2. Hepatitis B – Infected blood के ट्रांसफ्यूशन और सिमन और दूसरे fluids के exposure के कारण यह संक्रमित होता है।
  3.  Hepatitis C – Hepatitis C वायरस के कारण होता है। `यह ब्लड और infected injection के इस्तेमाल से होता है।
  4. Hepatitis D – यह Hepatitis D वायरस (HDV) के कारण होता है। जो लोग पहले से HBV virus के infected होते हैं वे ही इस Virus से संक्रमित होते हैं। HDV और HBV दोनों के एक साथ होने के कारण स्थिति और भी बदतर हो जाती है।
  5. Hepatitis E – Hepatitis E virus के कारण यह होता है। दुनिया के ज्यादातर देशों में Hepatitis के संक्रमण का यही कारण है। यह विषाक्त पानी और खाना के कारण ज्यादा होता है।

Acute Hepatitis – अचानक लीवर में सूजन होता है जिसका लक्षण छह महीने तक रहता है और रोगी धीरे-धीरे ठीक होने लगता है। HAV infection के कारण आम तौर पर acute Hepatitis होता है।
Chronic Hepatitis – Chronic HCV इन्फेक्शन से 13-150 मिलयन लोग दुनिया भर में प्रभावित होते हैं। लीवर Cancer और Liver के बीमारी के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग मरते हैं। HCV infection chronic patient का Immune System भी बुरी तरह से infect होता है।

 

Hepatitis के कारण-

  1. वायरल इन्फेक्शन (Viral Infection)
    Hepatitis A, Hepatitis B, या Hepatitis C virus के कारण इसका मूल कारण है।
  2. ऑटोइम्यून कंडिशन (Autoimmune Condition)
    कभी-कभी शरीर के Immune cells से यह पता चलता है कि Liver का Cells क्षतिग्रस्त हो रहा है।
  3. Alcohol
    Alcohol सीधे liver के द्वारा metabolized होता है, जिसके कारण यह शरीर के दूसरे भागों में भी संचारित होने लगता है। इसलिए अत्यधिक मात्रा में alcohol का सेवन करने से hepatitis होने का खतरा होता है।
  4. ज्यादा मात्रा में दवाई लेना
    कुछ दवाइयां जैसे एसिटामिनोफेन का सेवन जब बहुत ज्यादा होने लगता है तब इसका विषाक्त पदार्थ liver cells के सूजन का कारण बन जाता है।

इसके बचाव

इसके बचाव छोटी-छोटी चीजों के जरिए इस Virus के संपर्क में आने से बचा सकता है। जैसे 

  • खाना खाने से पहले हाथों को साबुन से जरूर धोएं।
  • फल व सब्जियों को अच्छी तरह धोकर खाएं। 
  • बाजार की बर्फ का इस्तेमाल न करें।
  • Hepatitis B का vaccine लगवाएं।
  • Sterilized और नई सूईं का इस्‍तेमाल करें।
  • असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं।
  • Blood किसी मान्यता प्राप्त Blood bank से ही लें। यह सुनिश्चित कर लें कि Hepatitis की screening ठीक से हुई है।

The Bottom Line – Dr. Health

स्वास्थ्य विशेषज्ञ Himanshu Dhawan (BAMS) द्वारा धूम्रपान और शराब छोड़ने, जीवनशैली में बदलाव आदि की सलाह दी जाती हैं जो मधुमेह, मोटापा आदि को नियंत्रित करते हैं। प्रजनन पथ में किसी भी संक्रमण के मामले में, Ayurvedic treatment का सुझाव दिया जा सकता है।आयुर्वेद में कई ऐसी हर्बल दवाईयाँ हैं, जो पुरुष के वीर्य में सुधार करके उनकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाती हैं। प्राकृतिक तरीके से पुरुष बाँझपन को दूर करने में किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नही होता है।’ आयुर्वेद मुख्य रूप से दिनचर्या, योग, निद्रा, आहार, इत्यादि पर अधिक जोर देता है जिससे गंभीर से गंभीर बीमारी में बहुत ही जल्द सफलता प्राप्त हो जाती है।

Author Name: KANIKA GIRDHAR

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